हम इस आर्टिकल में भारतीय सेना (Indian army) में उपयोग हो रहे पृथ्वी 2 मिसाइल (Prithvi 2 Missile) के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में जानेंगे तो आइए जानते हैं ‘Prithvi 2 Missile’ के विशेष विवरण (full specifications) के बारे में
पृथ्वी 2 मिसाइल क्या है(What is Prithvi 2 Missile)?
पृथ्वी 2 (Prithvi 2 Missile) एक परमाणु संपन्न , सतह से सतह पर मार करने में सक्षम तथा कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। जिसको भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के द्वारा स्वदेशी तरीके से विकसित किया गया है।
प्रकार (Type) | कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (Short-range ballistic missile) |
उत्पत्ति का स्थान (Place of origin) | भारत (India) |
निर्माता (Manufacturer) | भारत डायनामिक्स लिमिटेड, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Bharat Dynamics Limited, Defence Research and Development Organisation) |
प्राथमिक उपयोगकर्ता (Primary user) | भारतीय सशस्त्र बल (Indian Armed Forces) |
प्रस्तुत (Produced) | 27 जनवरी, 1996 |
निर्मित संख्या (built Number) | 30 (2017 अनुमानित) |
द्रव्यमान (Mass) | 4,600 किग्रा |
लंबाई (Length) | 8.56 मीटर |
व्यास (Diameter) | 110 सेमी |
वारहेड(Warhead) | उच्च विस्फोटक, पैठ, क्लस्टर मुमेंट, विखंडन, थर्मोबैरिक, रासायनिक हथियार और रणनीतिक परमाणु हथियार (High explosives, penetration, cluster munition, fragmentation, thermobaric, chemical weapon and strategic nuclear weapon) |
इंजन (Engine) | एकल-चरण तरल रॉकेट (Single-stage liquid rocket) |
आगे ठेलने या ढकेलने वाला (Propellant) | तरल ईंधन (Liquid fuel) |
रेंज (range) | 250-350 किमी |
मार्गदर्शन प्रणाली (Guidance system) | स्ट्रैप-डाउन इनरट्रियल नेविगेशन सिस्टम |
सटीकता (Accuracy) | 50 मीटर सीईपी (CEP) <10 m CEP (Prithvi II upgrade) |
प्रक्षेपण मंच (Launch platform) | 8 x 8 टाटा ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लांचर |
पृथ्वी 2 मिसाइल का विशेष विवरण(Specification Of Prithvi 2 Missile In Hindi)
- पृथ्वी 2 एक एकल-चरण तरल-ईंधन वाली मिसाइल है, जिसकी अधिकतम वारहेड की क्षमता 500 किलोग्राम है |
- 27 जनवरी 1996 को पहली बार परीक्षण किया गया और 2004 में विकास के चरण पूरे किए गए।
- यह मिसाइल, एंटी बैलिस्टिक मिसाइलों को धोखा देने में भी सक्षम है।
- सतह से सतह पर मार करने वाली यह मिसाइल परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम है।
- इस मिसाइल को 2003 में भारत के सामरिक बल कमान में शामिल किया गया था, और यह IGMDP के तहत विकसित पहली मिसाइल थी।
- 24 सितंबर 2010 को एक असफल परीक्षण के बाद, दो अलग-अलग लक्ष्यों पर लक्षित दो और मिसाइलों को 22 दिसंबर 2010 को लॉन्च किया गया और यह सफल रहे।
- यह रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा अपने एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत विकसित किया गया है।
- पृथ्वी 2 मिसाइल, जो 1,000 किलोग्राम तक के पेलोड ले जाने में सक्षम है, को 2003 में सशस्त्र बलों में शामिल किया गया था।
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